पहाड़ी कविता "चिट्ठा नशा"

 


                          "चिट्ठा नशा"

                         (बिलासपुरी बोली)


चिट्ठा नशा खूब लगी रा बिकने,
हिमाचले रे छोरू होई जाने बर्बाद,

पुलिसे भी कमर कसी लेई,
चिट्ठे रा कारोबारी पकड़ी लेने जरूर,

चिट्ठे रा चस्का बडा खराब,
पढ़ने रे नाम पर करदे नशा चिट्ठे रा,

मता करदे नशा चिट्ठे रा,
जान छुडानी हुई जानी बडी मुश्किल,

चिट्ठा नशा खूब लगी रा बिकने,
हिमाचले रे छोरू होई जाने बर्बाद।

                  पहाड़ी लेखक-सुनील शर्मा

                         गाँव लद्दा तहसील घुमारवीं
                     जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश

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