पहाड़ी कविता "चुनावी मेला"
"चुनावी मेला"
(बिलासपुरी बोली)
चुनावी मेला पँजा साला रा,
तिस जे करने खरे काम,
तिस जीतणा बार बार,
शराबा री बोतला पीछे देखया,
गवाँदे अपणा वोट,
झूठे वायदे पर नी करदे विश्वास,
सभी ने हँसी ने ग्लाँदे कने वोट भी पाँदे मर्जिया रा,
नेता लोक कुर्सिया बचाने रा करदे बडा पारी प्रयास,
पँजा साला बाद जनता चुनदी अपणी मर्जिया री सरकार,
चुनावी मेला पँजा साला रा,
पहाड़ी लेखक-सुनील शर्मा
गाँव लद्दा तहसील घुमारवीं
जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश
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